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Wednesday, August 31, 2011

खेल, घोटाला, भ्रष्ट्राचारी मंत्री और RTI - 05

http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/9805843.cms 
खेल संघों में पारदर्शिता लाने की सरकार की कोशिशों पर फिलाहल क्रिकेट बोर्ड ने पलीता लगा दिया है। आइसीसी के मुखिया और केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के तीखे विरोध और दूसरे खेल संगठनों पर काबिज अन्य मंत्रियों की आपत्तियों के बाद कैबिनेट ने राष्ट्रीय खेल विकास विधेयक को पुनर्विचार के लिए वापस कर दिया है। अब खेल मंत्रालय पवार की आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए नए तरीके से बिल तैयार कर कैबिनेट में लाएगा। कैबिनेट के इस फैसले के बाद अब इस बिल को मौजूदा सेशन में संसद में पेश करने की संभावनाएं खत्म हो गई हैं।...............
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इस बिल में बीसीसीआई और इंडियन ओलिंपिक असोसिएशन समेत सभी खेल संगठनों को आरटीआई के दायरे में लाने के अलावा खेल संघों के पदाधिकारियों की उम्र तय करने और खेल संघों में दो बार से ज्यादा पदाधिकारी न बन पाने की शर्तों का जिक्र था।
मनमोहन सरकारने भ्रष्ट्राचारी क्रिकेट बोर्ड पवार अन्ड कंपनी के सामने सपशेल घुटने टेके और भ्रष्ट्राचार का बादशहा को RTI के कानून मे लाने का निर्णय ताल दिया.   इन बेईमानो को खुले आम भ्रष्ट्राचार करने की इजाजत देने में  राहुल गांधी सोनिया कॉंग्रेस की क्या मज़बूरी थी. क्या इंडिया अगेन्स्ट करप्शन आन्ना हजारे टीम को फिर आंदोलन करना पड़ेगा . कलमाड़ी के महा घोटाले के बाद खेल संस्था का भ्रष्ट्राचार बंद करना अति आवश्यक होने पार भी सरकार की ऐसी कौनसी मजबूरियां ये बिल पास नही क़र प रही . गये हप्ते ईमानदार आन्ना को जेल भेजने वाली सरकार ने  इन भ्रष्ट्र खेल सम्राट के सामने झुककर सरकार ही भ्रष्ट्राचार की सबसे बड़ी गंगोत्री है ये सिद्ध क़र दीया. अब इस बारे में हमारे सोनिया के जी हुजुर पंतप्रधान  मैंने गलतियाँ की भ्रष्ट्राचार नही कीया , मुझे कुछ मालूम नही यह बयान देंगे. RTI कानून के अंतर्गत इन सब खेल घोटाले को यह RTI कानून क्यों लागु नही कीया जाता ये मालूमात किस सरकारी विभाग से मिलेगी.
इस बारे में जनमत की राय निम्मलिखित है.
कलमाड़ी के पूना शहर से Krantiveer, Pune का कहना है :
31/08/2011 at 12:24 pm
यारों इन देशद्रोही नेताओं को तुरंत सुधार ने का एक कारगर तरीका है- इनको इनके घर में एक कमरे में घेर लो जहाँ खाना-पीना और बाथरूम की सुविधा ना हो, मीडिया को बुला लो और इनको तब तक निकल ने ना दो जब तक सच ना उगले. दूसरा तरीका भगत सिंह और बम का है वो सबसे अंत के लिए रखते हैं.
karan, varanasi का कहना है :
31/08/2011 at 01:48 pm
यह कृषी मंत्री है .और इन्हे मालूम नही है कि कृषी कैसे की जाती है लेकिन कृषी मंत्री है ? और बीसीसीआइ के चैयरमन थे .वाहा भी घोटाला किया और कृषी मे भी कर ही रहे है गेहू सरते है और ग़रीब मरते है खाने के लए और हद तो अब हो गया है कि नेता जी लोग जिन्हे क्रिकेट का कुछ भी मालूम नही वो इंडिया क्रिकेट का चैयरमन बन जाते है .बहुत वीडम्बना है हमरे देश की अरे क्या हो रहा है यहा . सब लोग धृतराष्ट्र की तरह देख रहे है हम भी बेबस है यह सब देखने के लए एशे लोगो के मरने के लए चाहे तो मौत भी नही मिलती जो ग़रीबो का दुख नही समझते
U.S.Mehta, Mandsaur का कहना है :
31/08/2011 at 03:57 pm
शरद पावर  ही एक मात्र मिनिस्टर है जिनकी वजह से ही मंहगाई बढ़ रही है. वो एक एसा नेता हैnullजो गवर्नमेंट को सपोर्ट देने के नाम पर ब्लॅकमेलिंग कर रहा है.स्पोर्त बिल भी ब्लॅकमेलिंग केnullहवाले च्ड गया. यदि आरतियाई में
anjay tiwari, kalyan का कहना है :
31 Aug, 2011 11:19 AM
देश के सबसे बड़े घोटाले बाज शरद पवार का कोई कब कुछ बिगाड़ पाएगा ?? सी बी आइ,भ्रष्ट्राचार विरोधी पथक,या सरकारी कोई ऐसी संस्था है जो शरद पवार के कारनामो की जाँच कर सके ?? ये ऐसा आदमी है जो सोते समय भी २,४ घोटाले कर जाए.जितने भी बड़े घोटाले हुवे हैं उन सब मे ये शामिल रहा है.आशिफ बलवा,तेलगी, सुरेश कलमाडी,और ना जाने कितने दुष्ट लोगो के साथ इसका नाम जुड़ा है.
somnath narang, Karnal का कहना है :
31 Aug, 2011 10:19 AM
शरद पवार इस देश का सब से भ्रष्ट व्यक्ति है.तेलगी ने भी स्टांप पेपर घोटाले में इसका�नाम नारको टेस्ट में लिया था.ना जाने इसको कब जेल होगी.इसके मुँह में बाईं ओर पता नहीं कितने काले कारनामे छुपे हुऐ हैं.इसको आईने में अपना चेहरा देख कर शरम क्यों नहीं आती?

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