Translate

Sunday, December 25, 2011

चीन के साथ लड़ाई मे संघ ने सेना के साथ...............

क्या आप जानते है,1962 में चीन के साथ लड़ाई मे संघ ने सेना के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर बहादुरी से सहयोग किया था और अपने 43 स्वंयसेवक का बलिदान दिया .
जिससे नेहरु ने संघ को गणतंत्र दिवस के परेड पर संघ को भी एक ताकत के तौर पर परेड मे आमंत्रित किया ..और.........
 जब दस हज़ार स्वंयसेवक अपने गणवेश मे कदम ताल करते हुए इंडिया गेट से गुजरे तो पूरे देश ने तालियों की गडगडाहट से उनका स्वागत किया

1 comment:

laxmikant sonwatkar ,charthana said...

Rashtriy swaym sanghache kam kharech khup changle ahe ani changlech rahnar! pan hindu dharmachya sanghatnankade pivlya najrene pahnarya virodhkanna kavil zaleli ahe.tyamule sanghacha rashtrvad yanna kuthe ani kasa disel.