Translate

Wednesday, February 27, 2013

वो पेड़ों पे चढ जाती है.....


वो लड्डू पेड़े खाती है वो पेड़ों पे चढ जाती है वो लड्डू पेड़े खाती है वो पेड़ों पे चढ जाती है
ये मच्छर बीन बजाते हैं वो अपना राग सुनाती है वो ठुम्मक ठुम्मक नाचे जब मैं दिल का बजाऊँ मैं दिल का बजाऊँ इकतारा मेरी भैंस को डंडा मेरी भैंस को डंडा क्यूं मारा
 अरे घर का ये इक स्टेशन है और झंडी प्यारी प्यारी है अरे घर का ये इक स्टेशन है और झंडी प्यारी प्यारी है सब हम तो रेल के डिब्बे हैं  वो अपनी इंजन गाड़ी है वो गुस्सा जब भी करती है तो बन जाती है  तो बन जाती है अंगारा

No comments: