असीम
त्रिवेदी जी हमें माफ़ करना.....हमारे अच्छे सुनहरे भविष्य के लिए आपको
जेल जाना पडा.....क्या जरुरत थी क्या जूनून था आपके और आपके साथियों के
दिमाग में......नेता की तरह आप भी कोयले की दलाली में हाथ काले करते तो आप
भी शान से जिंदगी गुजार सकते थे.
हमें माफ़ करना......
हमें माफ़ करना......
राष्ट्रीय-प्रतीकों की अस्मिता,
संसद में सरेआम लहरतीं नोटों की गड्डियों से, एक दूसरे से सरेआम मारपीट
करने से, सांसदों और विधायकों की खरीद-फ़रोख्त से, उच्च-सदनों में बैठ कर
पोर्न फिल्म देखने से कभी भंग क्यूँ नहीं होती ? हाँ इन विषयों पर कोई अगर
राष्ट्रीय-गुस्से को उकेर भर दे तो उस पर "राष्ट्र-द्रोह" का मुकदमा दर्ज
कर के उसे जेल में डाल दो, ये ज़रूर संसदीय है ! माना की हमारे प्रतीक
आदरणीय हैं किन्तु क्या युवा-कार्टूनिस्ट असीम त्रिवेदी को पुलिस-लौकप में
बंद करने से, जनता में जाग रहे बेबाक-सवाल और राजनैतिक बिरादरी के प्रति
पैदा हुआ देश का अविश्वास खत्म हो जायेगा ? किसी धर्म के पूज्य
देवी-देवताओं के अशालीन और कुत्सित नग्न-चित्रों की हिमायत, अभिव्यक्ति की
आज़ादी के नाम करने वाले "शाब्दिक-खाड़कू" अब क्यूँ मुह सिले बैठे हैं ? अब
क्या सांप सूंघ गया सब को ? मैं असीम के प्रति हो रहे इस अन्याय का विरोध
करता हूँ और अभिव्यक्ति की शालीनता युक्त आज़ादी में उस का समर्थन करता हूँ
!!!
Dr. Kumar Vishwas
विटंबना करणारा देशद्रोही
आणि गैरवापर करणारा.....
मंत्री......
आणि गैरवापर करणारा.....
मंत्री......
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