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Monday, April 21, 2014

ऐसे खतरनाक मौत के लिये बाराती खुद्द जिम्मेदार है......

होटल से नाचते-गाते जा रहे थे बाराती। ....... ऐसे खतरनाक मौत के लिये बाराती खुद्द जिम्मेदार है। जीटी रोड हो या कोई भी सड़क ये वाहनों के लिए और नागरिक को पैदल चलने के लिए बनाई जाती है....  ना की झूमते-झूमते शादी के नाच गाने के लिए बनाई जाती है। मगर इंडिया में स्वातंत्र का मतलब स्वैराचार लिया जाता है।

और रास्तेपर शराब पीके या बैगैर पीके ट्रैफिक को मुश्किलें अड़चन करके नाचना ये अपनी प्रतिष्ठा का बडपन का , शान का लक्षण समजा जाता है और घंटो यातायात को तकलीफ दी जाती है। अपनी वजह से अन्य नागरिक को परेशानी होती है इसका किसीको ध्यान नहीं रहता। बच्चों से लेके बुढ्ढे लोग भी ईस नाच गाने के तमाशा में शामिल होते है।
काश्मीर से कन्या कुमारी तक ये ही बेहाल होता है। दिल्ली के नागरिक तो शादी के सीझन में घंटो सड़क पर रुके रहते और नसीब को कोसते रहते है। मगर ना नागरिक सूझबूझ का परिचय देते हुवे रस्ते पर जुलुस निकालना नाचना गाना बंद करते है,  नाही सरकार इस तमाशा पर स्वार्थ के लिए कानूनन बंद करने ही हिम्मत रखती है।

अब तो भी अक्कल ठिकाने पर आई तो नागरिक खुद्द ये तमाशा बंद करे या सरकार इस के खिलाफ सख्त कानून बनाये। या कोई जनहित याचीका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करे ये तमाशा बंद करने के लिए। नहीं तो ऐसी मौतें होती रहेंगी। । नागरिक एखादा दिन हंगामा करके फिर मौत का ये खेल चलता रहेगा। .... मेरा भारत महान जनता उससे भी महान !!!!

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