Translate

Monday, November 7, 2011

जिंदगीका सफर है येह कैसा सफर

जिंदगीका सफर है येह कैसा सफर
कोई समजा नहीं कॉई जाना नहीं
है कैसी डगर चलते है सब मगर,
कोई समजा नही कोई जाना नहीं
जिंदगीको बहोत प्यार हमने कीया
मौतसे भी महोब्त निभायेंगे हम
रोते रोते जमानेमे आये मगर
हसते हसते जमानेसे जायेंगे हम
जायेंगे पर किधर है किसे येह खबर
कोई समजा नहीं कोइ जाना नहीं
ऐसे जीवन भी है जो जीये ही नहीं
जीनको जीनेसे पह्ले ही मौत आ गई
फूल ऐसे भी है जो खीले ही नहीं
जीनको खीलनेसे पह्ले ही खीझा आ गई
है परेंशा नजर थक गये चारागर
कॉई समजा न्ही कोई जाना नही
है येह कैसी डगर चलते है सब मगर
कोई समजा नही कोई जाना नहीं.     
: SAFAR Singer(s): KISHORE KUMAR


No comments: